जन्मदिन पर राजकपूर की यादें


उन्हें कलाकार कहें, निर्माता कहें, कहानीकार कहें, निर्देशक कहें या फिर कहें राजकपूर। एक महान फिल्मकार को आज उनके जन्मदिन के अवसर पर पूरा देश याद कर रहा है। राज कपूर अपने आप में एक संस्थान थे, जिससे शिक्षा लेकर अनेक लोगों ने फिल्म इंडस्ट्री में अपना कैरियर बनाया। यह राजकपूर के पिता की महान विरासत ही है कि पृथ्वी राज कपूर से लेकर और रणबीर कपूर तक हर दौर में कपूर खानदान ने महान कलाकार दिए, जिन्होंने अपने विलक्षण अभिनय से लोगों का दिल जीता। रणबीर कपूर के पिता ऋषि कपूर जो हाल ही में कैंसर जैसी भयंकर बीमारी से जूझकर फिर से अभिनय की दुनिया में व्यस्त हो गए हैं। कपूर खानदान में महान और विलक्षण अभिनेता तो हर दौर में हुए और आज भी रणबीर कपूर के रूप में कपूर खानदान की वो महान अदाकारी कायम जो पुराने दौर में याद आती थी, मगर राज कपूर ने न केवल अभिनय बल्कि निर्देशक के तौर पर ऐसी-ऐसी महान फिल्में रची जिनसे कई-कई बार देखने के बाद भी मन नहीं भरता। बॉलीवुड इतिहास के सही मायने में अगर कोई शो मैन थे तो राजकपूर, जिन्होंने हमारे समाज की कुरीतियों को अपनी फिल्मों में उठाया और सामाजिक दिशा में उनकी फिल्मों ने जो संदेश दिया, उसका असर भी देखने को मिला। अपनी हर फिल्म से वे समाज के लिए कुछ न कुछ संदेश देते थे। चाहे पे्रम रोग के माध्यम से विधवा के प्रति हमारे समाज की संकीर्ण सोच का मुद्दा उठाने की बात हो या फिर कल-आज और कल के माध्यम से पीढिय़ों के बीच पैदा होती खाई दिखाने की बात हो राज कपूर ने साहसिक और विवादित विषयों को अपनी फिल्मों के माध्यम से न केवल दिखाया, बल्कि हमारे समाज के दोगलेपन और खालीपन का भी बखूबी चरित्र चित्रण किया। अफसोस की उनके जाने के बाद उनके पुत्र फिल्म निर्माण की उनकी परंपरा आगे नहीं बढ़ा पाए और उससे भी ज्यादा झटका तो उनके प्रशंसको तब लग जाए आर.के. स्टूडियो को बेच दिया गया। उस आर.के. स्टूडियो में अनेक महान फिल्मों का निमाण हुआ था, जिसमें कई कलाकारों की यादें रची बसी हुई थी। आर.के. स्टूडियो को आगे बढ़ाने की बजाय कपूर बंधुओं ने इसे बेच दिया, जो कि राज कपूर को कभी गवारा नहीं होता। रणबीर कपूर के रूप में बेशक अभिनय की दुनिया में राज कपूर की महान परंपरा को कपूर खानदान आगे बढ़ा रहा है, मगर इतने बड़े खानदान में क्या कोई भी ऐसा साहस नहीं दिखा पा रहा कि आर.के. स्टूडियो को फिर से जिंदा करके फिल्म निर्माण की दिशा में कदम उठाए। उम्मीद है रणबीर कपूर भविष्य में अपने दादा की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए अभिनय के साथ-साथ फिल्म निर्माण की दिशा में भी आगे बढें़। 

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