बस इतना बता दो...


जाना कहां है मुझे, बस इतना बता दो,

एक रास्ता मेरे घर को, दूसरा बता दो,

मकान और घर में, फर्क है ये भी बता दो,

जिदंगी गुजारी मकान में, घर है क्या बता दो,

चाहा जो मिला नहीं, मिला जो चाहा नहीं,

चाह मुझे घर की है, मकान मुझे मंजूर नहीं,

घर बनता अपनों से, मकान अपना नहीं,

रहता हूं मकान में, पर दिल यहां लगा नहीं,

रहेगा अफसोस मुझे, घर मैं बना सका नहीं, 

जिंदगी बितने से पहले, घर बना पाउंगा या नहीं।।

रास्ता है एक गलत, जाउं क्या बता दो,

जाना कहां है मुझे, बस इतना बता दो।। 

-मोहित

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