
‘‘22 जनवरी का दिन बनेगा खास, खत्म हुआ कलियुग का वनवास’’ नई दिल्ली : पिछले 500 वर्षों में अथक संघर्ष, अनेक राजनीतिक, सामाजिक आंदोलनों को झेलने वाली अयोध्या के लिए 22 जनवरी का दिन ऐतिहासिक होने जा रहा है जब नवनिर्मित भव्य मंदिर में भगवान राम की प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा होगी। समूचे देश और यहां तक की विदेशों में भी हिंदू समाज इस दिन को ऐतिहासिक और भव्य बनाने के लिए जुट गया है और जगह-जगह मंदिरों को सजाया गया है तथा दिपावली पर्व की तरह मनाने की पूरी तैयारियां हर जगह हो गई है। राम का नाम असल में हर भारतीय के अंतर्मन में बसा है और भारतीय जनता पार्टी इस दिन को भुनाने में कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ रही। भारतीय जनता पार्टी की जब स्थापना हुई थी तो पार्टी ने कुछ लक्ष्य तय किए किए थे, जिसमें अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण भी शामिल था। पिछले 40 सालों की भाजपा की राजनीति पर अगर नजर दौड़ाई जाए तो धारा 370 और अयोध्या में राम मंदिर की स्थापना दो ऐसे मुद्दे रहे हैं, जो हर बार पार्टी के घोषणा पत्र में शामिल रहे हैं। जबकि पार्टी का दूसरा सबसे बड़ा मुद्दा राम मंदिर की स्थापना पूरा होने जा रहा ...