क्योंकि... बात है जरूरी
दिमाग कह रहा है ना, पर बात है जरूरी,
दिल कह रहा है हां, उसे बताना है जरूरी,
ऐ दिल तू लगने से पहले सुन तो लेता हमारी,
क्या पता हम दिमाग से लडक़र व्यथा सुनाते तुम्हारी,
दिमाग और इस दिल की जंग में, दिल पड़ रहा है भारी,
दवा नहीं मिली, तो कहीं हो ना जाए दिल की बीमारी,
पता है मुझे, मान ली दिल की बात तो पड़ेगा बहुत भारी,
मयखाने में भी दिल को बहलाना पड़ रहा है मुझ पर भारी,
जिसको कहना था कह दिया, अब है उसकी बारी।।
-मोहित
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